भारतीय निर्वाचन आयोग (Election Commission of India) ने अभी तक भाजपा, कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, बहुजन समाज पार्टी, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को राष्ट्रीय दल की मान्यता दी है. इनमें से अगर किसी भी दल की मान्यता अगर राष्ट्रीय पार्टी की तौर पर खत्म कर दिया जाए तो वो पूरे देश में एक ही चिह्न (Symbol) पर चुनाव नहीं लड़ पाएंगे ओर उनको हरेक राज्य में चुनाव लड़ने के लिए अलग-अलग सिंबल दिया जाएगा. इससे एक फायदा ये होता है कि किसी भी दल को हरेक राज्य में चुनाव लड़ने के लिए मिलने वाले सिंबल को लेकर अलग से रणनीति नहीं बनानी पड़ती है.
आम आदमी पार्टी को इस समय तीन राज्यों (पंजाब, दिल्ली, गोवा) में क्षेत्रीय दल की मान्यता प्राप्त है. अगर उसे चौथे राज्य (हिमाचल या गोवा) में भी मान्यता मिलती है तो उसे राष्ट्रीय दल घोषित कर दिया जाएगा. इसके लिए पार्टी को गुजरात और हिमाचल प्रदेश के चुनाव में किसी भी एक राज्य में कम से कम 6 फीसदी वोट और 2 सीटें जीतने की जरूरत होगी.